kutub minar kahan sthit hai :- दोस्तों आपने कुतुब मीनार के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन क्या आपको पता है कि कुतुब मीनार कहां स्थित है और इसकी लंबाई कितनी है और कुतुब मीनार किसने बनाया था? यदि नहीं पता है तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुतुब मीनार के बारे में वह सभी जानकारी देंगे जिन्हें आप पहले कभी नहीं जानते होंगे तो चलिए शुरू करते हैं इस post को और जानते हैं कि कुतुब मीनार कहां स्थित है?
कुतुब मीनार कहां स्थित है? (kutub minar kahan sthit hai)
क़ुतुब मीनार दुनिया के सबसे पुराने मीनार है जो की भारत के राजधानी दिल्ली के महरोली भाग में स्थित है. और इसका निर्माण सबसे पहले इल्तुतमिश ने शुरू किया था लेकिन इसे बाद में कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा पूरा कराया गया। यह दुनिया की सबसे पुरानी मीनार के साथ-साथ सबसे ऊंची मीनार भी है जिसे हजारों लोग हर साल देखने आते हैं।
कुतुब मीनार की ऊँचाई कितनी है?
अगर बात करें कुतुब मीनार की कुल ऊंचाई के बारे में तो कुतुब मीनार की कुल ऊंचाई लगभग 72.5 मीटर है यानी की इसकी कुल लम्बाई 273.86 फ़ीट है। ऊंचाई के मामले में यह कुतुब मीनार भारत के ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे ऊंची मीनार है।
कुतुब मीनार की फोटो
कुतुब मीनार किसने बनाया था (कुतुब मीनार किसने बनवाया था)
कुतुब मीनार का निर्माण क़ुतुबुद्दीन ऐबक ने करवाया था। क़ुतुबुद्दीन ऐबक अफ़गानिस्तान के जाम की मीनार से काफी प्रभावित था और चाहता था कि भारत में भी उससे एक बड़ी मीनार बने जिसके बाद वह सन 1193 में कुतुब मीनार का निर्माण करवाना शुरू किया लेकिन क़ुतुबुद्दीन ऐबक ने इसका आधार ही बनवा पाया इसके बाद उसकी मृत्यु हो गई। फिर कुछ समय बाद उसके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने कुतुब मीनार के तीन मंजिलों का निर्माण किया और फिर फीरोजशाह तुगलक ने सन 1368 में कुतुब मीनार के पाँचवीं और अंतिम मंजिल का निर्माण करवाया इसके बाद कुतुबमीनार पूरी तरह से बनकर कर तैयार हुई ।
कुतुब मीनार का निर्माण कब हुआ?
कुतुब मीनार का निर्माण 1200 ई मे क़ुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा शुरू किया गया लेकिन पहले ही मंजिल के बाद क़ुतुबुद्दीन ऐबक की मृत्यु हो गई जिसके बाद इस कुतुब मीनार को फिरोजशाह तुगलक द्वारा 1368 ई में पूरा करवाया गया।
कुतुब मीनार क्यों बनाया गया था?
कुतुब मीनार की नींव 1199 में गुलाम राजवंश के क़ुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा रखा गया था। कुतुब मीनार को कुतुबुद्दीन ऐबक ने नमाज़ पढ़ने के लिए बनाया था। और शुरुआत में इसकी पहली मंजिल बनाई गई थी जिसके बाद क़ुतुबुद्दीन ऐबक की मृत्यु हो गई और उसके बाद कुतुबुद्दीन ऐबक के दामाद शम्स उद्दीन इतुतमिश और उसके उत्तरवर्ती ने मिलकर (ए डी 1211-36) में आगे के तीन मंजिल बनाई कुतुब मीनार पूरी तरह से बनकर तैयार हुआ।
कुतुब मीनार के अंदर क्या है?
बताया जाता है कि कुतुबुद्दीन ऐबक जो कि एक मुस्लिम था उसने कुतुब मीनार को हिंदू और जैन मंदिरों को तोड़कर और उसके अवशेषों से बनवाया था। मंदिरों की सभी खंभों का पुन: प्रयोग किया गया था और उससे कुतुब मीनार को बनाया गया था। कुतुब मीनार के परिसर के अंदर अलाउद्दीन खिलजी, इल्तुतमिश और इमाम ज़मीन की कब्रें हैं।
कुतुब मीनार के अंदर क्यों नहीं जाने दिया जाता है?
कुतुब मीनार के अंदर अब इसलिए जाने नहीं दिया जाता है क्योंकि 4 दिसंबर 1981 को दिल्ली के कुतुब मीनार में एक दर्दनाक घटना हुई जिसके बाद कुतुब मीनार में घूमने गए 45 लोगों की वहीं पर मृत्यु हो गई जिसके बाद उसी दिन से अब तक कुतुबमीनार का दरवाजा बंद कर दिया गया है।
कुतुब मीनार कौन से राजा ने बनवाया था?
वैसे तो बोला जाता है कि कुतुब मीनार को कुतुबुद्दीन ऐबक ने बनाया है लेकिन काफी विज्ञानी को का यह भी कहना है कि कुतुब मीनार को 5वीं शताब्दी में राजा विक्रमादित्य ने बनवाई थी। क़ुतुब मीनार 25 इंच तक झुका हुआ है क्योंकि यह सूर्य का निरीक्षण करने के लिए बनाई गई थी. और यह भी बताया जाता है कि कुतुब मीनार को सबसे पहले सूर्य स्तंभ कहा जाता था तो यह हो सकता है कि कुतुबमीनार को राजा विक्रमादित्य ने ही बनवाया है।
कुतुब मीनार कौन से शहर में स्थित है?
यदि आपको तो मीनार घूमने जाना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि कुतुब मीनार भारत के राजधानी दिल्ली में स्थित है। यह ईट से बना विश्व का सबसे बड़ा मीनार है जिसकी ऊंचाई लगभग 72.5 मीटर (237.86 फीट) है।
कुतुबमीनार का नाम कुतुबमीनार क्यों रखा गया?
बताया जाता है कि कुतुबमीनार का नाम कुतुबुद्दीन ऐबक के नाम पर रखा गया था जिसने कुतुब मीनार बनाने की नींव रखी थी। लेकिन काफी लोगों का यह भी मानना है कि कुतुब मीनार का नाम कुतुब मीनार प्रसिद्ध मुस्लिम संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार के नाम पर रखा गया था।
FAQ,s
कुतुबमीनार का वास्तविक नाम विष्णु स्तंभ बताया जाता है।
दुनिया की सबसे ऊंची मीनार कुतुब मीनार के निर्माण को बनवाने के लिए लाल बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया गया है।
कुतुब मीनार इमारत पांच मंजिला हैं और कुतुब मीनार के प्रत्येक मंजिले पर एक बालकनी है।
कुतुब मीनार मे सीढ़ियां की कुल संख्या 378 हैं। और इसकी कुल ऊंचाई 72.5 मीटर (237.86 फीट) है और इसकी गोलाई 14.3 मीटर है।
कुतुब मीनार के स्थान पर काफी रिसर्च करने के बाद पता चला है कि कुतुबमीनार को जहां बनाया गया है वहां पहले हिंदुओं का मंदिर स्थल था जिसे तोड़कर कुतुबमीनार बनाया गया।
दोस्तों यदि आप कुतुब मीनार घूमने जा रहे हैं और खाना-पीना के सामान ले जा रहे हैं तो मैं आपको बता दूं कि कुतुब मीनार में भोजन करने की अनुमति नहीं है आप सिर्फ वहां पानी ले जा सकते हैं।
कुतुब मीनार का दूसरा नाम विष्णु स्तंभ है और इसे पहले भी विष्णु स्तंभ ही कहा जाता था।
[ निष्कर्ष ]
दोस्तों अब उम्मीद करते हैं कि आपको कुतुब मीनार कहां स्थित है? और कुतुब मीनार लंबाई कितनी है यह पता चल गया होगा और आप जान चुके होंगे कि kutub minar kahan sthit hai. तो यदि आप इस आर्टिकल से आज कुछ नया सीखे हैं तो अपने सभी दोस्तों के पास इस लेख को शेयर जरूर करें धन्यवाद
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